Thursday 12 November 2015

क्या तुम मुझसे शादी करोगे? --- भाग- 2





गतांक से आगे ...(पूरी कहानी के लिए कृपा पहला भाग पढ़े)


  ...अब आगे ....
कपिल अपने घर आया और यह किस्सा उसने अपने मझले भाई जो की उसका दोस्त , हमराज और चमचा भी था कह सुनाया ...कपिल की बात सुन उसका भाई बोला ...तुझे गलफहमी हुई है ...भला कोई लड़की ..किसी से इस तरह पटती है ...अरे तुम्हारी तो आपस में कोई बात भी नहीं हुई?..

पर कपिल का दिल उसकी बात को मानने को राजी ना था ....उसे लगता था जैसे वोह अपने पीछे कुछ छोड़ आया था ...
रविवार की शाम और दिनों की तरह कपिल वापस अपने कमरे में लौटा ...कमरा थोडा अस्त वयस्त था ..पर उसमे से संजय की शादी का सारा सामान हट चूका था ....कपिल ने अपने कमरे की सफाई करनी शुरू कर दी ....

उसकी आँखे जैसे कुछ तलाश रही थी ..पर वोह क्या था यह उसे भी पता ना था ...

उसे आया देख संजय उससे मिलने आगया ..साथ में संजय की बीवी भी थी .... संजय ने अपनी बीवी से परिचय कराया तो उसकी शरारती मुस्कुराहट ने खुद बे खुद बता दिया ...की संजय ने उसकी गर्लफ्रेंड की कहानी बड़ी अच्छी तरह से अपनी बीवी को सुना दी है ....पर रीना का हल्का सा भी जिक्र संजय ने नहीं किया ....कपिल ने संजय से रीना के बारे में पुछा ..तो उसने उसके बारे में यही कहा ..की वोह बड़ी खडूस है और किसी को ज्यादा लिफ्ट नहीं देती ....

संजय की बातो में कंही रीना को लेकर इक कडवाहट सी थी ...कपिल ने बातो ही बातो में उससे पुछा ..तू उसके बारे में इतना कैसे जानता है ..इसपे संजय ने बातो को घुमाते हुए कहा ..वोह भी लुधियाने में नौकरी कर चूका है ...और अपने बाप के साथ कभी वोह भी रीना के घर में रहता था ....इस छोटी सी बात ने उसकी रीना के प्रति कडवाहट का राज कपिल के सामने खुद बे खुद खोल दिया ....
की बरखुरदार ..पास्ट में रीना से इश्क में ठुकराए जा चुके थे ....

कपिल अपने कमरे की अलमारी में रखी इक मग्जीन को उल्ट पलट रहा था ...की उसमे से इक कागज का पुर्जा निकला ...जिसमे लिखा था ....

हम आप से बहुत प्यार करते है ...हमें सिगरेट पीने वाले भी अच्छे लगते है ....आपको हमारी बातो का बुरा लगा हो तो माफ़ करे ...स्वीट स्वीट किस ऑन योर लिप्स .....

यह कागज का पुर्जा था ..बहुत बड़ा धमाका था ...कपिल का रोम रोम उतेजना से भर उठा ....बिना इंसानी जज्बात और फितरत समझे ..वोह दौड़ा दौड़ा संजय के पास चला गया ....कपिल की कांपती और उत्तेजित आवाज सुन ...संजय के साथ उसकी बीवी भी बहार निकल आई ..कपिल ने जोश में भरते हुए ..वोह कागज का टुकड़ा संजय को दिखा दिया ...संजय को उसे देख विश्वास ना हुआ ...फिर उसने हँसते हुए कहा...

अरे बनिए तू इंजिनियर है इसलिए तुझपे लाइन मार गई और ऐसा कह उसने कागज का वोह टुकड़ा अपने पास रख लिया और बोला इसे मैं अपने पास रख लू ..तू इसका क्या करेगा ..वैसे भी तेरी सहेली (गर्लफ्रेंड )देखेगी तो गुस्सा करेगी ...कपिल ने संजय की बात को अनसुना कर पुर्चा वापस ले लिया ...

पर कपिल की संजय को वोह पर्चा दिखाने की नादानी किसी के आने वाले दिनों में इक नासूर बन गई ...

धीरे धीरे संजय अपनी बीवी के पल्लू को और कपिल अपनी सहेली के दुपट्टे को पकडे अपने जीवन की गाडी को आगे धकलने लगे ....रीना वाली बात कपिल जल्दी ही भूल गया .....

इक दिन बातो ही बातो में ..कपिल ने संजय से पुछा ...यार रीना की कोई खोज खबर मिली ...ना जाने कपिल को क्यों लगा की रीना ने कोई ख़त आदि जरुर लिखा होगा ....कपिल की बात सुन संजय हँसते हुए बोला ...हां शायद उसका तेरे लिए कोई कार्ड आया था ....कपिल ने कहा तूने मुझे दिया क्यों नहीं ....इस पे वोह हँसते हुए बोला ...अरे यार मेरी बीवी ने कंही उठा कर रख दिया ..उसमे ऐसा कुछ खास ना था ...कपिल को अंदर से बुरा तो बहुत लगा ...पर उसने इस छोटी सी बात को तूल ना देना ही ठीक समझा ...ना जाने क्यों उस छोटे से कागज के टुकड़े के बाद संजय और कपिल के बीच में इक अनदेखी सी खाईधीरे धीरे बढ़ने लगी .....

जो संजय शादी से पहले हर दिन कपिल के साथ खाना , बियर और पराये नयन सुख करता था ...अब उसके पास कपिल को हेल्लो कहने का समय भी ना होता ..शायद वोह अपनी बीवी के सामने अपनी पुरानी प्रेम कहानियो की दास्तान खोलना नहीं चाहता था या फिर रीना का कपिल के प्रति आकर्षण उसके अंदर कंही कपिल के प्रति इर्ष्या के बीज बो चूका था ?

सर्दियों के दिने थे ....इक दिन कपिल का मझला भाई उससे मिलने उसके कमरे पे आया .....दोनों खाना खा पीकर रात को जब घर आए .....जैसे ही कपिल ने कमरे के ताला खोला ...अचानक संजय इक जिन्न की तरह प्रगट हुआ और बोला ...अबे तेरी वाली आई है और इतना कह कर चला गया ...कपिल के कुछ समझ ना आया की माजरा क्या है ?

कपिल ..संजय के घर में यूँही उसकी माँ से मिलने चला गया ...वोह उस वक़्त रसोई में काम कर रही थी ...की कपिल के सामने संजय के पिताजी आगये ..उन्होंने कपिल से कहा उन्हें उससे कुछ बाते करनी है ...उनके बोलने के तरीके से कपिल को कुछ अजीब सा लगा ...पर उसने कुछ ना कहा .....कपिल और संजय के पिता कपिल के कमरे में आकर बैठ गए ...संजय के पिता ने कपिल से उसकी नौकरी , घर वालो आदि के बारे में थोड़ी पूछताछ सी की ....जो कुछ अजीब सी थी .....फिर वोह बिना कुछ कहे सुने उठकर संजय के कमरे में चले गए ...

कपिल ने अपने कमरे से बहार संजय के कमरे की तरफ देखा तो भोचंका रह गया ...सामने रीना बैठी उसके कमरे की तरफ टक टक्की लगाये देख रही थी ...उसकी आँखे कुछ सूजी सूजी सी लगती थी .....

उसे देख कपिल ने जोश में अपने भाई को कहा ...देख वोह लड़की जिसके बारे में मेने तुझे कहा था ...पर तुझे विश्वास ना था ...उसे देख उसका भाई चोंक पड़ा  और बोला ..अरे यह तो बहुत खुबसूरत है ...तुझे तो इससे शादी करनी चाहिए ...उसकी इस बात पे कपिल बोला ...तुझे पता तो है की मेरी पहले ही इक गर्लफ्रेंड है...अब बता उसे छोड़ इससे शादी कैसे कर लू ?....

अभी कपिल और उसका भाई आपस में बाते ही कर रहे थे की अचानक रीना आँगन में गई ...उसे वंहा आया देख कपिल लपक कर उसके पास लपक के पंहुचा और बोला ...
कैसी हो? ...
रीना कपिल से बोली .....क्या तुम्हे मेरा मेसेज मिला ?....

कपिल उस पर्चे को याद करते हुए बोला ...हाँ ...फिर उसने रीना का हाथ पकड लिया और बोला चलो कमरे में चल कर बाते करते है ...सिमटी , संकुचाई और घबराई सी रीना कपिल के साथ उसके कमरे के अंदर चली गई...रीना कपिल के भाई को कमरे के अंदर देख घबरा सी गई ..कपिल ने अपने भाई से कहा ...तू थोड़ी देर के लिए बाथरूम में चला जा .....सब यही समझेंगे ...की यह वंहा है ...तब तक हम दोनों बाते कर लेंगे ....

हालत की जरुरत और कपिल की बात का मतलब समझ वोह बाथरूम में चला गया ....जैसे ही वोह कमरे से बहार निकला ....कपिल ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया ...

कपिल का दिल तेज तेज धडक रहा था ...किसी खुबसूरत लड़की के साथ यूँ अकेला होना उसे ...कडकडाती ठण्ड में भी उसे पसीनो से सरोबर किये हुए था ...फिर भी वोह हिम्मत कर रीना की तरफ बढ़ गया ....उसे अपनी तरफ आता देख रीना शर्म से गड सी गई ...उसने अपनी आँखों पर हाथ रख लिए .....उसे यूँ शर्माता देख कपिल का होसला बढ़ने लगा.....

 कपिल ने रीना को अपनी बांहों में भर लिया और उसके लाल सिंदूरी होठो को चूमने के लिए जैसे ही बढ़ा ...रीना ने अपना इक हाथ दोनों के होटो के बिच रख दिया और कपिल को छिटकते हुए बोली ....
मुझे शर्म आती है ....ऐसा काम क्यों करते हो? ...तुम तो मुझसे बात करने वाले थे ....
रीना की बात को अनसुना करते हुए कपिल ने कहा ...अरे तुमने ही तो लिखा था स्वीट स्वीट किस ऑन योर लिप्स ...अब मैं ले रहा हूँ तो शर्मा रही हो ...रीना बोली ठीक है ..पहले कमरे की लाइट बंद करो ...कपिल ने कमरे की लाइट बंद कर दी और रीना को बांहों में कस कर जकड़ लिया .....

आज से पहले उसने कई बहानो से औरतो और लडकियों को गले तो लगाया था ...पर उनके शरीर मे रीना जैसी मांसलता कंही ना थी ...रीना के कसे और सांचे में ढले हुए बदन के नुकीले नुकीले उभार .....कपिल के सीने में इक मीठी और गहरी चुभन देने लगे .....

उसने बांहों में भरे भरे रीना को बिस्तर पे लिटा दिया ...उसके होठ रीना के होठो से जाकर चिपक गए ....और उसके हाथ रीना के उभारो को टटोलने लगे .....रीना के होटो से जैसे ही कपिल ने अपने होठ जोड़े ..उसे इक अजीब सी गंध का अनुभव हुआ ...कपिल को समझ ना आया यह दुर्गन्ध कहाँ से आई ...उसने इक बार फिर रीना के होटो को अपने होटो से भर कर चूमा ....

फिर इक अजीब सी बदबू का झोका उसके मुंह को कसैला कर गया .....जो देखने में इतनी खुबसूरत थी ...उसका चुम्बन उतना ही बदसूरत था ....कपिल का मन उलटी करने का सा हो गया .....

उस दिन कपिल ने जीवन में इक नया सबक सीखा ...की यह जरुरी नहीं की... हर  खुबसूरत लड़की का साथ और प्यार भी उतना ही खुबसूरत हो जितनी दिखने में वोह लगती हो .....दिखना और महसूस करना दोनों जुदा चीजे है .....

रीना के होठो से निराश कपिल उसके उभरो को पकड अपनी गिरफ्त में लेने लगा ...जितना निराश वोह रीना के चुम्बन से हुआ था ...उतना ही आवेशित वोह उसके उभारो से था ....आज तक ...उससे ज्यादा कठोर उभार उसने अपने जीवन में महसूस ना किये थे ...लगता था ..जैसे ...उनमे इक दैविक शक्ति का निवास था...

कपिल का पोरश अपने खूंखार रूप में चूका था ....उसकी चुभन ...रीना को अंदर ही अंदर से डराने लगी ......उसने कपिल से कहा तुम बहुत गंदे हो और ऐसा कह अचानक से रीना ने इक झटका दिया और कपिल को अपने से अलग कर दिया ...रीना कपिल से कंपकंपाती आवाज में बोली अब लाइट जला दो ...उसका गुलाबी चेहरा शर्म और उतेजना से लाल हो चूका था ...उसका वक्षस्थल ....घबराहट और उत्तेजना के कारण ऊपर नीचे हो रहा था .....

कपिल ने रीना की बात मानकर लाइट जला दी ...रीना अपनी नजरे जमीं पे गडाये थी उसने बड़ी झिझक और शर्म से कहा यह सब अभी मत करो ....शादी से पहले यह सब ठीक नहीं ...कपिल कुछ ना बोला और उसे यूँ देखता रहा ...उसके मुंह का कडवापन ...रीना की सुन्दरता के जादू पर भारी पड रहा था ....कपिल को रीना में अब कोई आकर्षण नजर नहीं रहा था ....

इक चुम्बन ने जैसे रीना और कपिल की तक़दीर का फैसला लिख दिया था ....

कपिल .... रीना के पास बिस्तर पर बैठ गया ...रीना उसके नजदीक खिसका कर आई और बोली ....तुमने मेरे साथ यह सब क्यों किया है ....तुम्हे अब मुझे अपनाना होगा..... कपिल हँसते हुए बोला ..तो इक चुम्बन के बदले शादी यह कौन सा गणित है?

फिर वोह रीना की गहरी आँखों में झांकता हुआ बोला ...मैं तुम्हे जानता ही कितना हूँ ....सिवाय तुम्हारे नाम के कुछ नहीं ?

उसकी यह बात सुन रीना कपिल के और करीब सरक आई और उसका हाथ अपने हाथ में लेकर बोली ...बताओ तुम्हे मेरे बारे में क्या जानना है
कपिल उसे टालने वाले लहजे में बोला ...सच बात तो यह है मेरी पहले से ही इक गर्लफ्रेंड है ....अब उसे कैसे छोड़ दूँ ?
रीना की आँखे सजीली हो गई वोह कातर स्वर में बोली ...मैं आपके बिना जी ना पाऊँगी .....
क्या तुम मुझसे शादी करोगे ?

उसकी आँखों से गिरते आंशु देख कपिल का मन पसीज उठा ...उसे समझ ना आया वोह क्या कहे ...कैसे कोई किसी को यूँ पहली दूसरी मुलाकात में अपना सकता है.....और वोह भी सीधे शादी ....

कितनी बड़ी विडंबना है ...किसी के साथ खिलवाड़ करने में शायद इन्सान का जमीर उसे नहीं झिंझोड़ता.... पर ....किसी को अपनाने में ...उसका ज़मीर , उसकी अक्ल , समाज , नफा नुकसान सब उसके सामने आकर अपने अपने रंग दिखाने लग जाते  है ...

कपिल ने अपनी मुंह की वितष्णा को भूलते हुए रीना के होठो को फिर चूमा और कहा ...देखो मैं तुम्हे अभी अपना नहीं सकता ....इस बार रीना का चुम्बन लेते वक़्त कपिल का भावुक मन किसी आनन्द के बजाये किसी दुखयारी के घाव पे मलहम लगाने जैसा महसूस का रहा था ...

रीना की आँखों से आंसू थे की थमते ना थे ...उसने बड़े कातर स्वर में कहा ...आप को मेरी तरफ से कोई परेशानी ना होगी ..मै जीवन भर आपकी दासी बन कर इक कोने में पड़ी रहूंगी ...बस आप मुझसे शादी कर ले ...मेने पहले ही अपनी काफी बदनामी करवा ली है .....

कपिल के पत्थर और मगरूर दिल पे रीना के आंसुओ का कोई असर ना हुआ ......

कांश उस दिन कोई कपिल को समझा देता .... प्रेम की वोह आखरी ज्योति थी ...जो उसके जीवन में इक ज्वालामुखी की तरह आई थी ...उसके बाद उसे जीवन भर प्रेम की इक छोटी सी ज्योति के लिए जीवन भर तडपना था ....

पर इंसान अपने घमंड में यह भूल जाता है ...की.... दोपहर में प्रचंड गर्मी देने वाले सूरज को भी शाम ढले ढलना ही पड़ता है .....

रीना अपना टुटा हुआ दिल लेकर कमरे से बहार निकल आई ..उसके बहार निकलते ही कपिल को याद आया ...अरे उसका भाई तो बाथरूम में है ...वोह दौड़ कर उसे बुलाने गया ...

कपिल के भाई ने कमरे में घुसते ही उसपे गालियों की बोछार कर दी ...की ..उसे अपनी मस्ती में यह ख्याल भी ना रहा ...की वोह ..ठण्ड में बाथरूम में बंद है ...कपिल ने उसे सिर्फ रीना की शादी वाली बात बताई....उस पे वोह बोला देख ..यह तेरी गर्लफ्रेंड से ज्यादा पढ़ी लिखी , समझदार है ..मेरे ख्याल से तुझे इससे जरुर शादी करनी चाहिए ....कपिल ने उसकी बात सुनी और मजाक में उड़ा दी ....

थोड़ी देर बाद कपिल बाथरूम की तरफ गया तो देखा रीना वंहा खडी थी ...वोह शायद उसका ही इंतजार कर रही थी ....उसे देख रेना ने उससे अपना लिखा वोह कागज का पुर्चा मांग लिया ...
कपिल ने वोह पुर्चा लाकर रीना को वापस कर दिया .....
अगले दिन सुबह ऑफिस जाने के लिए कपिल उठा ...तो देखा संजय के कमरे का दरवाजा खुला था और रीना कपिल के कमरे की तरफ निहार रही थी ....

कपिल के भाई ने आज पहली बार रीना को दिन के उजाले में ढंग से देखा ...उसे देखते ही वोह कपिल से बोला ..तू इसे छोड़कर गलती कर रहा है ....वोह कपिल की गर्लफ्रेंड से भी मिल चूका था ..इसलिए उसे रीना में ज्यादा आकर्षण लग रहा था .....कपिल ने उसकी बात पे कुछ ना कहा....

अचानक संजय के कमरे से यह गाना बजने लगा ....”तुमने रख तो ली तस्वीर हमारी “ ...गाने के बजते ही संजय और उसकी बीवी हँसते हुए कपिल के पास आए और बोले ...कल रात से रोये जा रही है ....संजय ने कपिल से पुछा ...तेरी कुछ बात हुई क्या? ...

कपिल संजय की बात को सुन चुप हो गया ...इस पे उसकी बीवी मटक कर बोली ...भैया क्या जादू कर दिया इसपे?
तो संजय बोला ..अरे काहे का जादू ...अकेला बनिया है ..उसे फंसा रही है..वैसे भी यह कौन सी खुबसूरत है ....इतना मोटा चश्मा पहनती है ...हकीकत में कपिल ने रीना को आज तक चश्मे में ना देखा था .... फिर संजय बोला ..अरे इसके भाई साले आतंकवादी है ...गुंडे है ...और यह पूरी नखरीली ....

शायद संजय की कपिल से जलन या रीना द्वारा ठुकराए जाने की टीस उसे ...रीना के बारे में कपिल को गुमराह करने में लगी थी .....
कपिल ने संजय से पुछा ...इक बात बता ..इसे शराब से क्यों नफरत है ?...संजय बोला अरे ...इसका बाप इक नंबर का दारुबाज था ...वोह इन लोगो को छोड़ कर चला गया ...इसलिए शायद इसे दारू पीने वाले पसंद  नहीं और ऐसा कह जोर जोर से रीना की तरफ देख संजय और उसकी बीवी हसने लगे ....

अब कपिल को रीना में कोई खास दिलचस्पी ना थी ...

खुशियाँ जब खुद चलकर हमारे दरवाजे आती है तो हम अपने को दुनिया का सबसे समझदार ,काबिल और स्मार्ट इन्सान समझ बैठते है ...पर भूल जाते है ..वोह खुशियाँ रास्ता भटकी हुई होती है ...जो जल्दी से हमेशा हमेशा के लिए हमारे घर के दरवाजे को छोड़ भी जाती है .....

रीना को रोता देख संजय और उसकी बीवी ने अपने घर में बज रहे टेप रिकॉर्डर की आवाज को और ऊँचा कर दिया ...जितनी रीना की हिचकी बढती ...उतनी ही रिकॉर्डर की आवाज.....उस दिन संजय ने दुनिया भर के भूले बिसरे गीत चुन चुन कर अपने टेप से चलाये ....

किसी के दुःख में नमक छिडकने का यह अपने आप में इक अनोखा तरीका था ...जिसका गुनहगार कंही कंही कपिल भी था ...

कपिल अपने ऑफिस चला गया ..शाम को जब वोह वापिस लौटा तो रीना और संजय के पिताजी वापस जा चुके थे ...कपिल को वापस आया देख संजय की माँ कपिल के पास आई और बोली ....संजय का बाप भी ना फालतू के स्यापे पालता है ...मेने तो उसे बोल दिया ...अगर उन लोगो ने अपनी लड़की तेरे नाल बिहानी है तो कम से कम / लाख का दहेज दे ...अरे तू ठहरा बनिया ...अब इतना तो तुम लोगो में कॉमन है की नहीं ...अगर पैसे ना हो तो ..अपनी जमींन ही तेरे नाम कर दे ...

कपिल ने संजय की माँ से कुछ ना कहा और यह बात धीरे धीरे समय के गर्त में समां गई ......

पर रीना के जख्मो के निशान कपिल की जिन्दगी में अभिशाप बनके रह गये ....

कुछ महीनो बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया और उसे मजबूर होकर उस शहर के साथ अपनी गर्लफ्रेंड का साथ भी खोना पड़ा ... आने वाले वक़्त में वोह इक भूल उसके जीवन की ऐसी कसक बन गई ...जो जीवन भर उसे कंही कंही चुभती रही ...की कभी किसी ने भी उससे कहा था ....की ....

क्या तुम मुझसे शादी करोगे ?



By
Kapil Kumar




Note: “Opinions expressed are those of the authors, and are not official statements. Resemblance to any person, incident or place is purely coincidental.' ”

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